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   पढ़ाई मे मन लगा देगी
आपके और आपके सपने के बिच केवल एक ही चीज़ है एक बकवास और झूटी कहानी जो आप खुद को सुनाते रहते है, खुद को ये तसल्ली दिलाने के लिए की आप अपने सपने को पूरा क्यों नहीं कर सकते। सच में अगर तुम किसी चीज़ को पाना चाहते हो तो ये सब बेफिजूल के बहाने जैसे – समय नहीं मिलता, मुझे बहुत सारा काम है, मुझे याद नहीं रहता, आलस आता है, मन नहीं लगता, ये सारी बकवाश बातें माईने नहीं रखती।

ऐसा कैसे होता है की एग्जाम से एक दिन पहले आप दस चैप्टर पुरे पढ़ लेते हो। लेकिन उससे पहले आप से एक दिन में एक चैप्टर भी पढ़ा नहीं जाता। क्या अचानक से कोई शक्ति आ जाती है आप के अंदर। कैसे आप एक रात में पूरा सेलेबस पढ़ लेते हो, तैयारी कर लेते हो।

लेकिन उससे पहले आप पूरी तरह से आलसी बने रहते हो, बहाने से घिरे हुए रहते हो। दुनिया में सिर्फ अच्छी चीज़ो में तुम्हारा मन नहीं लगता। लेकिन गेम खेलते समय, मोबाइल और सोशल मीडिया पर घंटो समय बर्बाद करते समय, आपके पसंदीदा हीरो या हीरोइन की फिल्मे देखते समय आपका बड़ा मन लगता है।

सच तो ये है की मन का ना लगना सिर्फ और सिर्फ एक बहाना है जो आपने खुद बनाया है अपनी भविष्य की विफलता को सही ठहराने के लिए। इसलिए या तो उस फील्ड में अपना भविष्य बनाओ जिसमे तुम्हारा मन लगता हो। और अगर ये नहीं कर सकते हो तो हर तरह के बहाने को छोड़ कर पढ़ाई में मन लगा लो। भले ही मन लगाने के लिए आपको अपना मोबाइल फ़ोन कचरे के डब्बे में फेकना पड़ जाये।


भले ही किसी जानकार व्यक्ति के कदमो में जाकर उनसे पढ़ने के लिए गिड़गिड़ाना पड़े, अपनी रातो की निंद को त्यागना पड़े, समय ख़राब करने वाले अपने हर एक दोस्त से दुरी बनाने पड़े या इस दुनिया से कुछ समय के लिए सन्यास लेना पड़े। तो हर चीज़ करने के लिए तैयार रहना पड़ेगा क्योंकि बहानो के दुनिया से निकले बिना मंज़िल नहीं मिलने वाली।

मैं आपको एक हकीकत बात बताता हूँ। आप चाहे किसी से भी पूछ लो की आपका पढ़ने में मन कैसे लगेगा। आपको हज़ार तरह की सलाहें मिल जाएँगी लेकिन कोई भी चीज़ आप पर काम नहीं करेगी। लेकिन जो तरीका आप अपने आप से निकालोगे पढ़ाई में मन लगाने के लिए आप के लिए केवल वही काम करेगा।

अगर आप से कोई बोले की सारे सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म छोड़ दो, मोबाइल यूज़ करना छोड़ दो लेकिन क्या आप ऐसा कर पाओगे? क्या मोबाइल ही एक ऐसा चीज़ है जो आपका ध्यान भटकाता है.. जी नहीं।

सबसे पहले इस बात को समझना जरुरी है की आपका ध्यान भटकता कहा है तो जवाब ये है की आपको जब हर किसी चीज़ में मज़ा आने लगता है जो चीज़ आपके पढ़ाई से ध्यान खींच लेती है आपको भटका देती है।

जब बिना मेहनत के मज़ा मिलने लगे तो दिमाग भटक ही जाता है क्योंकि हमारा दिमाग होता ही ऐसा है। जिन्हे तुम अपना दोस्त कहते हो वो वास्तव में तुम्हारे दुश्मन है। क्योंकि जो इंसान तुम्हारे लक्ष्य से तुम्हारे सपनो से दूर करे वो तुम्हारा दोस्त नहीं हो सकता, जो तुम्हे गलत रास्ते पर ले जाये वो तुम्हारा दोस्तों नहीं हो सकता।

सायद आज तुम्हे ये बात समझ में ना आये लेकिन एक ना एक दिन तुम इस बात को समझोगे जरूर। लेकिन ध्यान रखना जब तक ये बात समझ में आएगी समय हाथ से निकल चूका होगा और फिर इस बात को समझने का तुम्हे कोई फायदा भी नहीं मिलेगा। अगर तुम ये समझते हो की फेसबुक, इंस्टाग्राम, और व्हाट्सप्प पर अपनी अच्छी-अच्छी DP लगाने से तुम्हारी असलियत छुप जाएगी तो ये तुम्हारी भूल है।


क्योंकि कागज के फूल सिर्फ सजावट के काम आते है लेकिन पूजा सिर्फ असली फूलों से होती है इसलिए दिखावे के ज़िंदगी से दूर रहो और असली चीज़ पर मेहनत करो। किसी चीज़ से भागो मत बल्कि उसका सही इस्तेमाल करो। ऐसे लोगो से दोस्ती करो जो तुम्हारा पढ़ाई से ध्यान ना भटकाए बल्कि तुमसे सिर्फ पढ़ाई के बारे में बाते करे।

देखो, आग से खाना भी पका सकते हो और खुद को भी जला सकते हो। मोबाइल का सही इस्तेमाल भी कर सकते हो या इससे खुद को बर्बाद करने दे सकते हो। ये केवल आप पर निर्भर करता है। हमेशा कुछ नया सीखो इससे तुम्हारा इंटरेस्ट सिखने में बढ़ेगा।

ज़िंदगी का कोई लक्ष्य बनाओगे तभी पढ़ाई में मन लगेगा। आप चाहो तो अपने मोबाइल में खाली समय में गेम खेलने के बजाए कुछ अच्छी ऑडियो बुक सुन सकते हो जैसे की – The Science Of Success, चाणक्य निति और चाहे तो स्टीव जॉब्स जैसे बहुत से लोगो का बायोग्राफी सुन सकते है।

इनसे आप अपने जीवन के लिए एक सही लक्ष्य तय कर पाएंगे और फिर आपका पढ़ाई से मन कम भटकेगा। अगर तुम्हारा पढ़ाई में मन नहीं लगता तो इसका सीधा-सीधा एक ही मतलब है की आपके ज़िंदगी का कोई Motive नहीं है। अपने सपने को लेकर आपका विज़न क्लियर नहीं है और साथ ही साथ तुम अपने ज़िंदगी को लेकर के सीरियस नहीं हो।

अगर तुम वाकई में चाहते हो की तुम्हारा मन पढ़ाई में लगे तो सबसे पहले अपनी लाइफ का कोई गोल Decide करो। अपने दिमाग में ये बात तो क्लियर करो की तुम्हे लाइफ में करना क्या है, क्या Achieve करना है ? और फिर उसे पाने के लिए एक Plane बनाओ और ये लिस्ट अपने मन में क्लियर रखो की गोल को Achieve करने के लिए तुम्हे क्या-क्या करने की जरुरत है।

निश्चित रूप से अगर उस लिस्ट में पढ़ाई का नाम आता है तो फिर आप पढ़ाई से भाग नहीं सकते और ना ही आपका भागने का मन करेगा क्योंकि तब आपको वह चीज़ जरुर समझ में आ जाएगी।

आपने सुना ही होगा की जरुरत इंसान से सब कुछ करवा लेती है चाहे वो करना चाहे या ना करना चाहे। अगर जोर से प्यास लगी है तो ये नहीं तुम कहोगे की गिलास उठाने का मन नहीं करता बल्कि तुम किसी भी तरीके से पानी पीना चाहोगे।

आज भले ही तुम्हारा पढ़ाई में मन नहीं लगता लेकिन जब जरुरत पड़ेगी और मजबूरी होगी तुम्हे ऐसे-ऐसे काम करने पड़ेंगे की तुमने सपने में भी नहीं सोचे होंगे। लेकिन अगर तुम ये नहीं चाहते की तुम्हारी जरुरत तुम्हारी मजबूरी बन जाये तो, भविष्य में लोगो के सामने गिड़गिड़ाना पड़े, तुम्हे ऐसे काम करने पड़े जो तुम्हे तुम्हारी नज़रो से गिरा दे।


तो खुद से तीन सवाल कर लेना।

तुम्हारा जीवन में लक्ष्य क्या है ? लक्ष्य को तुम हांसिल क्यों करना चाहते हो ? तुम्हारे लिए पढ़ना क्यों जरुरी है ? ध्यान से खुद से अकेले में सोचोगे तो तुम्हे सही जवाब मिल जायेगा तुम्हे पढ़ाई में मन लगाने की वजह मिल जाएगी। लेकिन अगर तुम्हे फिर भी जवाब नहीं मिलता है तो तुम बेहिचक पढ़ाई लिखाई को छोड़ कर अपने माँ-बाप के टुकड़ो पर पल सकते हो और अपने आने वाले कल को बर्बाद कर सकते हो।

तो आज के लिए बस इतना ही अगर बात समझ में आनी होगी तो आ गयी होगी तो फालतू के चीज़ो में अपना समय बर्बाद मत करो बल्कि ये सोचो की तुम्हे करना क्या है।

Summary[edit]

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English: Fatima Jinnah Par, Islamabad
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Source Own work
Author Illusive255

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